धोखाधड़ी के विभिन्न प्रकार और उनसे बचने के तरीके
आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ धोखाधड़ी के कई नए तरीके सामने आ रहे हैं। इन धोखाधड़ी के तरीकों से बचने के लिए जानकारी होना बहुत जरूरी है, ताकि आप किसी भी फ्रॉड का शिकार होने से बच सकें। धोखेबाज दिन-प्रतिदिन अपनी नई-नई चालों से लोगों को फंसाने की कोशिश करते हैं, और इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम इन जालसाजी के तरीकों को पहचानें और उनसे बचने के उपायों को जानें।
फ्रॉड्स से बचने के लिए में आपको कुल 45 जबरदस्त तरीके बताऊंगा अगर आप इसे सही ढंग से पूरा पढ़ लेंगे तो मुझे नहीं लगता है की आप से कोई फ्रॉड्स कर लेगा।
ऑनलाइन ठगी से बचें: नौकरी और कमाई के झांसे में आने से पहले ये जान लीजिये
आजकल ऑनलाइन जॉब और कमाई के नाम पर कई फर्जी स्कीम्स चल रही हैं, जहां लोग Zoom या Google Meet पर मीटिंग में बुलाकर बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं। वे पहले अपनी सक्सेस स्टोरी सुनाते हैं – “पहले मैं कुछ नहीं था, अब करोड़ों कमा रहा हूँ” जैसी बातें कहकर आपको प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। लेकिन असल में, वे काम की जानकारी देने की बजाय सिर्फ आपको अपने जाल में फंसाने की योजना बना रहे होते हैं।
धीरे-धीरे ये लोग आपसे जॉइनिंग के नाम पर पैसे मांगते हैं। कभी कहते हैं कि “ये सिर्फ एक फिल्टर है, जिससे फालतू लोग बाहर हो जाएं,” तो कभी सीधा एडवांस पेमेंट मांग लेते हैं। जब लोगों का ध्यान इन सपनों में उलझ जाता है, तब वे महंगे कोर्स, मेंबरशिप या किसी प्रोडक्ट को खरीदने का दबाव डालते हैं।
कुछ ठग आपसे पर्सनल डिटेल्स, OTP, बैंक अकाउंट या आधार कार्ड जैसी जानकारी भी मांग सकते हैं, जो कि धोखाधड़ी का सबसे बड़ा संकेत है। याद रखें – कोई भी भरोसेमंद कंपनी जॉइनिंग से पहले पैसे नहीं मांगती और जॉइनिंगके बाद भी नहीं मांगती है। इनका असली मकसद सिर्फ आपसे पैसा ऐंठना होता है, और पैसे मिलते ही ये या तो नंबर ब्लॉक कर देते हैं या फिर किसी बहाने से कह देते हैं कि “आपका सिलेक्शन नहीं हुआ।”
ये ठग खुद को सही साबित करने के लिए फर्जी प्रूफ, फेक पेमेंट स्क्रीनशॉट, Fake Transaction ID और स्क्रीनशॉट दिखाते हैं, जिससे लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते हैं। कई लोग इतने आत्मविश्वास के साथ दावा करते हैं कि “अगर कोई साबित कर दे कि यह स्कैम है, तो मैं उसे लाखों या करोड़ों रुपये दूंगा!” लेकिन सच तो यह है कि ये सिर्फ लोगों को भ्रमित करने का एक तरीका होता है। जैसे ही कोई इन्हें एक्सपोज करने की कोशिश करता है, ये गायब हो जाते हैं या बहाने बनाने लगते हैं।
इसलिए, किसी भी ऑनलाइन जॉब ऑफर को स्वीकार करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें। कोई संदिग्ध लिंक न खोलें और बिना ठोस जानकारी के किसी को भी पैसे न दें।
Online Freelancing और Graphic Designing, logo में होने वाले बड़े Scams – जानिए कैसे बचें?
आजकल ऑनलाइन काम करने वालों के साथ Freelancing और Graphic Designing के नाम पर कई तरह के फ्रॉड हो रहे हैं। बहुत से लोग Fake Clients बनकर नए फ्रीलांसर्स को ठगते हैं। ये स्कैमर्स WhatsApp, Telegram, Instagram, LinkedIn जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं और फेक वेबसाइट, फर्जी पेमेंट ट्रिक्स और एडवांस फीस के नाम पर लोगों को धोखा देते हैं।
पेंडिंग पेमेंट वाला स्कैम (Fake Payment Pending Scam)
- ये लोग आपको कहते हैं – “हमने पेमेंट भेज दिया है, लेकिन सिस्टम में पेंडिंग है।”
- फिर वे कहते हैं – “अगर एक घंटे में पेमेंट नहीं आया, तो हमें बताएं।”
- एक घंटे बाद वे बोलते हैं – “पेमेंट रुक गया है, इसे रिलीज़ करने के लिए आपको पहले ₹500 भेजने होंगे।”
- जैसे ही आप पैसा भेजते हैं, वे आपको ब्लॉक कर देते हैं।
Logo Designers के लिए Scam (Fake Clients for Logo Design Work)
- ये लोग फ्रीलांस वेबसाइट्स, सोशल मीडिया या WhatsApp ग्रुप्स पर ग्राफिक डिजाइनर्स को टारगेट करते हैं।
- वे कहते हैं – “हमें एक शानदार लोगो डिज़ाइन चाहिए, हम आपको $200 देंगे।”
- फिर वे आपको फ्री में काम करवाते हैं और बाद में भाग जाते हैं।
- कुछ स्कैमर्स कहते हैं – “आपका लोगो बहुत अच्छा है, लेकिन पेमेंट के लिए पहले आपको हमारी वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा और ₹500 भरना होगा।”
कैसे बचें?
- हमेशा आधी पेमेंट पहले और आधी काम पूरा होने के बाद लेने का नियम बनाएं।
- बड़े क्लाइंट्स से काम लेने से पहले उनका बैकग्राउंड चेक करें।
- अगर कोई पहले पैसे मांगता है या ज्यादा मीठी-मीठी बातें करता है, तो सतर्क रहें।
फेक इंटरनेशनल क्लाइंट्स (Fake International Clients Scam)
- ये स्कैमर्स दूसरे देशों के नंबरों का इस्तेमाल करते हैं और WhatsApp, Telegram या Skype से संपर्क करते हैं।
- ये कहते हैं – “हम आपको फ्रीलांसिंग प्रोजेक्ट देंगे, लेकिन पहले आपको $10 की सिक्योरिटी डिपॉज़िट करनी होगी।”
- जब आप पैसे भेजते हैं, तो वे आपको ब्लॉक कर देते हैं।
कैसे बचें?
- कभी भी सिक्योरिटी डिपॉज़िट या रजिस्ट्रेशन फीस न दें।
- केवल ट्रस्टेड वेबसाइट्स (Upwork, Fiverr, Freelancer.com) से ही इंटरनेशनल क्लाइंट्स से डील करें।
बिना इन्वेस्टमेंट पैसे कमाने” का सच – फेक ऐप्स, स्कैम्स और असली तरीके
आजकल सोशल मीडिया, YouTube और कई वेबसाइट्स पर “बिना इन्वेस्टमेंट पैसे कमाने” के हजारों तरीके बताए जाते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि बिना मेहनत या इन्वेस्टमेंट के कोई भी आपको पैसा नहीं देगा। यह सिर्फ लोगों को फंसाने का एक तरीका है।
बहुत से फेक ऐप्स और स्कैम्स मौजूद हैं, जो कहते हैं कि “बस एड्स देखें, क्लिक करें और पैसे कमाएं।” लेकिन जब आप पैसे निकालने जाते हैं, तो वे कहते हैं कि “पहले ₹500-₹1000 जमा करें, फिर पेमेंट मिलेगा।” यह पूरा एक फेक स्कीम होती है, जिसमें कई लोग फंस जाते हैं।
फेक डेटा एंट्री और टाइपिंग जॉब भी इसी तरह काम करती हैं। पहले ये कंपनियां कहती हैं कि “बिना इन्वेस्टमेंट जॉब करो और पैसे कमाओ।” लेकिन जब आप पेमेंट मांगते हैं, तो वे कहते हैं कि “रजिस्ट्रेशन फीस ₹1000 दो, तभी पेमेंट मिलेगा।” यह भी पूरी तरह से फ्रॉड होता है।
फेक रेफरल स्कीम और MLM स्कैम भी एक बड़ा धोखा है। ये लोग कहते हैं कि “बस लोगों को रेफर करो और पैसा कमाओ।” पहले ये आपको कुछ पैसे देते हैं ताकि आप उन पर भरोसा करें, लेकिन आगे जाकर वे आपसे पैसा मांगने लगते हैं।
इसके अलावा, बहुत से YouTubers और Influencers भी गलत जानकारी देते हैं। वे कहते हैं कि “बिना इन्वेस्टमेंट पैसे कमाने के 10 तरीके”, लेकिन उनका असली मकसद सिर्फ व्यू और लाइक्स बढ़ाना होता है। वे बिना सच्चाई बताए सिर्फ वीडियो बनाते हैं और लोगों को गलत जानकारी देकर गुमराह करते हैं।
- अगर आप सच में बिना पैसे लगाए ऑनलाइन कमाना चाहते हैं, तो आपको मेहनत करनी होगी। कुछ असली तरीके हैं, जैसे:
- YouTube पर वीडियो बनाना और मोनेटाइज करना
- ब्लॉगिंग और कंटेंट राइटिंग से पैसे कमाना
- Freelancing (जैसे Graphic Design, Video Editing, Coding, Digital Marketing) से कमाई करना
- Amazon और Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म पर Affiliate Marketing करना
- ऑनलाइन टीचिंग और कोर्स बनाकर पैसे कमाना
- बिना इन्वेस्टमेंट पैसे कमाने” के नाम पर 95% लोग फ्रॉड कर रहे हैं।
- अगर कोई पहले पैसे मांगता है, तो वह 100% फ्रॉड है।
- अगर सच में बिना पैसे लगाए कमाना चाहते हैं, तो मेहनत करनी होगी – कोई शॉर्टकट नहीं है!
अगर आप बिना इन्वेस्टमेंट के कमाना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि YouTube या किसी स्किल पर फोकस करें – यह ज्यादा फायदेमंद रहेगा! सतर्क रहें, जागरूक बनें और मेहनत से ही कमाई करें – कोई फ्री में पैसे नहीं देता
यदि आप इन धोखाधड़ी के प्रकारों को समझकर सतर्क रहें, तो आप इनसे आसानी से बच सकते हैं। Anti Spamming and Fraud Protection यह जानकारी मैं इसलिए दे रहा हूँ, ताकि कोई भी मेरी वेबसाइट से पैसे कमाने और नौकरी पाने की जानकारी लेने के बाद धोखाधड़ी का शिकार न हो। मेरी वेबसाइट इन दोनों क्षेत्रों से संबंधित है, और इन्हीं में सबसे ज्यादा धोखाधड़ी होती है। मैं चाहता हूँ कि मेरी वेबसाइट पर आने वाला हर व्यक्ति इन धोखाधड़ी से बच सके और सुरक्षित रहे। आइए, हम आपको धोखाधड़ी के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताते हैं और कैसे आप इनसे बच सकते हैं।
याद रखें, पैसे कमाना कभी भी इतना आसान नहीं होता, जितना ये लोग दिखाते हैं!
1. टास्क कंप्लीट फ्रॉड

टास्क कंप्लीट फ्रॉड में धोखेबाज आपको ऑनलाइन काम करने के बदले पैसे देने का लालच देते हैं। यह धोखाधड़ी अक्सर उन वेबसाइट्स या ऐप्स पर होती है, जो आपको सर्वे, फॉर्म भरने, या कुछ खास कार्य करने के बदले पैसे देने का वादा करती हैं। आपको यह बताया जाता है कि अगर आप कुछ सरल टास्क जैसे कि सर्वे पूरा करेंगे, तो आपको एक निश्चित रकम मिल जाएगी। लेकिन जब आप टास्क पूरा कर लेते हैं, तो वे आपको भुगतान करने का वादा करते हैं, लेकिन आपको कभी भी पैसे नहीं मिलते। इसके बजाय, वे आपको अपने व्यक्तिगत डेटा, बैंक डिटेल्स, या क्रेडिट कार्ड जानकारी मांगने के लिए दबाव डालते हैं, और इसे चोरी कर लेते हैं।
मान लीजिए एक बात
आपको किसी वेबसाइट पर या सोशल मीडिया पर एक पोस्ट दिखाई देती है, जिसमें यह दावा किया जाता है कि “एक सर्वे पूरा करो और 1000 रुपये कमाओ”। आपको लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, और जैसे ही आप सर्वे को पूरा करते हैं, आपको एक अन्य लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। यह लिंक ऐसा होता है जो आपके डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल कर सकता है, या फिर आपके व्यक्तिगत विवरण जैसे कि नाम, पता, बैंक डिटेल्स आदि चुराता है।
धोखेबाजों के तरीके:
- लोभ देना: धोखेबाज शुरुआत में आपको बहुत अच्छे ऑफर्स और भुगतान के वादे दिखाते हैं। आपको लगता है कि यह एक अच्छा अवसर है, लेकिन यह सिर्फ एक छल होता है।
- तुरंत भुगतान: आपको यह बताया जाता है कि जैसे ही आप टास्क पूरा करेंगे, तुरंत पैसा आपके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा, लेकिन जैसे ही आप टास्क पूरा करते हैं, आपको भुगतान का कोई जवाब नहीं मिलता।
- डाटा चुराना: सर्वे या टास्क के बदले आपको अपना व्यक्तिगत डेटा (जैसे कि नाम, ईमेल, फोन नंबर, बैंक डिटेल्स) देने के लिए कहा जाता है, और धोखेबाज इसे चुराते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- सतर्क रहें: किसी भी अनजान वेबसाइट या लिंक पर क्लिक करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि वह वेबसाइट या कंपनी विश्वसनीय है। इंटरनेट पर किसी भी ऑफर का पता लगाने से पहले उनकी समीक्षाएं और रेटिंग्स जांचें।
- ध्यान दें: जब कोई आपको कुछ मुफ्त में देने का दावा करता है, तो यह सोचें कि क्या यह असामान्य या बहुत अच्छा लग रहा है। अक्सर, ऐसा कुछ मुफ्त में नहीं होता।
- आपकी जानकारी का महत्व: अपनी व्यक्तिगत जानकारी को कभी भी अनजान वेबसाइटों या लोगों से साझा न करें। यदि कोई आपसे आपकी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड या ओटीपी मांगता है, तो यह धोखाधड़ी हो सकती है।
कुछ इसी के जैसा ये भी फ्रॉड होता है “ऑनलाइन टाइपिंग जॉब्स घर से काम करें पार्ट टाइम”
2. टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप फ्रॉड

व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप्स का उपयोग धोखेबाजों द्वारा धोखाधड़ी के लिए किया जाता है। ये ग्रुप्स लोगों को आकर्षक ऑफर्स और बड़े फायदे का वादा करते हैं, और फिर उन्हें किसी लिंक पर क्लिक करने या पैसे भेजने के लिए प्रेरित करते हैं। धोखेबाज ग्रुप में जोड़ने के बाद, वे आपको ऐसा लिंक भेजते हैं जो पहली नजर में पूरी तरह से वैध और सुरक्षित लगता है, लेकिन असल में वह एक धोखाधड़ी का हिस्सा होता है। इसके जरिए, वे आपके व्यक्तिगत डेटा, बैंक डिटेल्स या अन्य संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं।
इन ग्रुप्स में शामिल होने के बाद, आपको ऐसे संदेश मिलते हैं जैसे “यहां क्लिक करें और जल्दी पैसा कमाना शुरू करें” या “बस कुछ कदमों में कमाई शुरू करें।” ये सभी संदेश धोखेबाजों द्वारा भेजे जाते हैं, जो आपको ललचाने के लिए तैयार रहते हैं। जब आप लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपको ऐसे पेज पर रीडायरेक्ट किया जाता है, जो आपके डिवाइस पर वायरस या मैलवेयर इंस्टॉल कर सकता है, या फिर आपकी जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है।
मान लीजिए
मान लीजिए, किसी व्हाट्सएप ग्रुप में आपको जोड़ा जाता है, और वहां आपको कहा जाता है कि “यहां क्लिक करें और जल्दी पैसा कमाना शुरू करें।” आप लिंक पर क्लिक करते हैं और कुछ समय बाद आपके बैंक डिटेल्स चोरी हो जाते हैं। इसके बाद धोखेबाज आपकी जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं, जैसे कि आपके खाते से पैसे निकालना या आपकी पहचान का गलत तरीके से इस्तेमाल करना।
धोखेबाज के तरीके:
- आकर्षक ऑफर और लाभ का वादा: धोखेबाज आपको बड़ी रकम कमाने का लालच देते हैं, जैसे कि “बस कुछ आसान कदमों में पैसे कमाएं” या “सिर्फ लिंक पर क्लिक करके कमाई शुरू करें।” यह सब एक छल होता है, ताकि आप जल्दी से धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं।
- संदेहास्पद लिंक: वे आपको ऐसे लिंक भेजते हैं जो देखने में बिल्कुल सही और आकर्षक लगते हैं। लेकिन असल में, यह लिंक आपको एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है, जहां आपके डेटा को चुराया जाता है।
- चोरी और धोखाधड़ी: जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते हैं, वे आपका डेटा चुरा लेते हैं – जैसे कि आपका नाम, फोन नंबर, बैंक डिटेल्स आदि। फिर धोखेबाज आपके डेटा का उपयोग कर सकते हैं और आपकी पहचान का गलत फायदा उठा सकते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- अजनबी ग्रुप्स से बचें: अनजान व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप्स में शामिल होने से बचें, विशेषकर जब आपको यह महसूस हो कि ग्रुप का उद्देश्य सिर्फ पैसे कमाने का है। अगर कोई ग्रुप बहुत लुभावना और आकर्षक ऑफर देता है, तो यह उस ग्रुप की वैधता पर सवाल खड़ा करता है।
- लिंक की सत्यता जांचें: किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता जांचें। आप URL को ध्यान से देखें, और अगर लिंक संदेहास्पद लगता है, तो उस पर क्लिक न करें।
- सतर्क रहें: अगर कोई ग्रुप आपको व्यक्तिगत जानकारी देने या पैसे भेजने के लिए कहता है, तो तुरंत उसे छोड़ दें। अपने व्यक्तिगत जानकारी को कभी भी अनजान ग्रुप्स में न साझा करें।
- विश्वसनीय स्रोतों से जुड़ें: हमेशा विश्वसनीय और आधिकारिक ग्रुप्स में ही शामिल हों। किसी भी ग्रुप में शामिल होने से पहले उसकी जांच करें और वहां मौजूद अन्य लोगों से प्रतिक्रिया लें।
- शिकायत दर्ज करें: अगर आप धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपनी शिकायत संबंधित प्लेटफॉर्म या पुलिस में दर्ज कराएं।
टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स धोखेबाजों के लिए एक बड़ा हथियार बन गए हैं, क्योंकि इन प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से लोग जोड़ सकते हैं और उन्हें धोखा दिया जा सकता है। इसलिए, सतर्क रहना बहुत जरूरी है। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सटीकता और सुरक्षा की जांच करें और अनजान लोगों से जुड़ने से बचें।
3. OTP और पर्सनल डिटेल्स फ्रॉड

OTP और पर्सनल डिटेल्स फ्रॉड एक ऐसी धोखाधड़ी है, जिसमें धोखेबाज आपको एक मैसेज भेजते हैं, जिसमें यह दावा किया जाता है कि आपके बैंक अकाउंट में कोई समस्या आ गई है या आपकी सुरक्षा के लिए OTP और अन्य व्यक्तिगत जानकारी की आवश्यकता है। धोखेबाज आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि आपकी जानकारी देनी जरूरी है ताकि आपका अकाउंट सुरक्षित रहे। जब आप यह जानकारी देते हैं, तो धोखेबाज आपका अकाउंट एक्सेस करते हैं और आपके पैसे चुरा लेते हैं।
यह धोखाधड़ी खासतौर पर बैंक, वित्तीय संस्थान या अन्य भुगतान सेवाओं से संबंधित होती है। धोखेबाज आपको फर्जी लिंक पर रीडायरेक्ट करते हैं या सीधे मैसेज में ओटीपी या पर्सनल डिटेल्स मांगते हैं, जो बाद में उनका इस्तेमाल आपकी जानकारी चुराने और पैसे निकालने के लिए किया जाता है।
मान लीजिए
आपको एक SMS मिलता है, जिसमें लिखा होता है, “आपके बैंक अकाउंट में कुछ समस्याएं हैं, कृपया इसे ठीक करने के लिए OTP डालें।” जैसे ही आप OTP दर्ज करते हैं, आपका पैसा गायब हो जाता है। धोखेबाज ने आपका OTP प्राप्त कर लिया और उसे इस्तेमाल करके आपके अकाउंट से पैसे निकाल लिए।
धोखेबाज के तरीके:
- फर्जी संदेश और कॉल्स: धोखेबाज आपको बैंक या किसी अन्य संस्थान से आने का दावा करते हुए SMS, ईमेल, या कॉल भेजते हैं। इसमें वे यह कहते हैं कि आपके अकाउंट में कोई समस्या है और इसे ठीक करने के लिए आपको OTP या अन्य पर्सनल जानकारी देनी चाहिए।
- आकर्षक ऑफर्स: वे आपको फर्जी ऑफर्स भी भेज सकते हैं जैसे “विजेता बनने पर 10,000 रुपये जीतें”, इसके बाद आपको अपना OTP या बैंक डिटेल्स देने के लिए कहा जाता है।
- धोखाधड़ी की वेबसाइट: अक्सर ये धोखेबाज आपको ऐसी वेबसाइटों पर रीडायरेक्ट करते हैं, जो बिल्कुल बैंक या सरकारी वेबसाइट जैसी दिखती हैं। यहाँ आप अपना पर्सनल डिटेल्स या OTP डालते हैं, और ये जानकारी सीधे धोखेबाज के पास चली जाती है।
इन धोखेबाजों से कैसे बच सकते हैं
- OTP को कभी भी किसी से साझा न करें: यदि कोई भी आपसे OTP, पासवर्ड, या बैंक डिटेल्स मांगता है, तो यह धोखाधड़ी हो सकती है। हमेशा सुनिश्चित करें कि आप किसी अधिकृत व्यक्ति या संस्था से ही संपर्क कर रहे हैं।
- बैंक या वित्तीय संस्थान से सीधे संपर्क करें: यदि आपको लगता है कि आपके अकाउंट में कोई समस्या है, तो हमेशा अपने बैंक के आधिकारिक नंबर पर कॉल करें या बैंक की वेबसाइट पर जाकर अपने अकाउंट की स्थिति चेक करें।
- संदेहास्पद लिंक पर क्लिक न करें: यदि कोई लिंक आपको भेजा गया है, तो उसे क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। हमेशा सुनिश्चित करें कि लिंक एक आधिकारिक वेबसाइट का हिस्सा है।
- ध्यान रखें: कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था कभी भी आपसे फोन, ईमेल या संदेश के माध्यम से OTP, पासवर्ड, या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगेगी। यदि ऐसा होता है, तो वह धोखाधड़ी हो सकती है।
- दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) का इस्तेमाल करें: अपनी सुरक्षा को बढ़ाने के लिए दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) को सक्षम करें, जिससे आपका अकाउंट अधिक सुरक्षित रहेगा।
OTP और पर्सनल डिटेल्स फ्रॉड एक बहुत ही सामान्य धोखाधड़ी है, जो इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग के बढ़ते इस्तेमाल के साथ और भी बढ़ गई है। इसलिए, इस तरह के धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और किसी भी संदेहास्पद लिंक या संदेश से बचें।
4. फ्रॉड द्वारा आपको विश्वास दिलाना

फ्रॉड द्वारा विश्वास दिलाना एक ऐसी धोखाधड़ी है, जिसमें धोखेबाज आपको दोस्ती, रिश्ते या किसी करीबी संबंध का हवाला देते हुए आपका विश्वास जीतने की कोशिश करते हैं। वे आपके व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी को प्राप्त करने के लिए आपके साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित करते हैं। एक बार जब आप उन्हें अपना विश्वास दे देते हैं, तो वे उस विश्वास का गलत इस्तेमाल करते हैं और आपके निजी डेटा या पैसे चुराते हैं।
इस प्रकार की धोखाधड़ी बहुत ही चालाकी से की जाती है क्योंकि यह व्यक्तिगत संबंधों या भावनात्मक जुड़ाव को टार्गेट करती है। धोखेबाज आपको यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि वे आपकी मदद करना चाहते हैं, और इसलिए वे आपकी जानकारी या पैसे का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं।
मान लीजिए
एक व्यक्ति जो पहले से आपकी जानकारी जानता है, जैसे कोई पुराना दोस्त या सहकर्मी, वह आपको यह कहकर विश्वास दिलाता है कि वह आपकी मदद करेगा। वह कहता है कि “मैं जानता हूं कि तुम मुश्किल में हो, मैं तुम्हारी मदद करूंगा,” और फिर वह आपके बैंक डिटेल्स, पासवर्ड या अन्य पर्सनल जानकारी मांगता है। विश्वास करते हुए, आप अपनी जानकारी उसे दे देते हैं, और वह उसका गलत इस्तेमाल करता है।
धोखेबाज के तरीके:
- भावनात्मक ब्लैकमेल: धोखेबाज अक्सर भावनात्मक रूप से आपको प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। वे यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि वे आपकी चिंता करते हैं और आपका भला चाहते हैं, ताकि आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी आसानी से दे सकें।
- फर्जी रिश्ते और दोस्ती: धोखेबाज खुद को आपके पुराने दोस्त, परिवार का सदस्य या करीबी व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करते हैं। वे आपको यह विश्वास दिलाने के लिए कई बातें करते हैं कि वे आपके भले के लिए काम कर रहे हैं।
- आपकी स्थिति का लाभ उठाना: वे आपकी मुश्किलों, समस्याओं या जरूरतों का फायदा उठाते हुए आपको यह यकीन दिलाते हैं कि वे आपकी मदद करने के लिए सही व्यक्ति हैं।
इन धोखेबाजों से कैसे बच सकते हैं
- सतर्क रहें: किसी को भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, भले ही वह आपका करीबी दोस्त हो या रिश्तेदार। आजकल धोखेबाज रिश्तों का फायदा उठाने में माहिर होते हैं।
- संदेहास्पद व्यवहार को पहचानें: यदि कोई आपको अपने व्यक्तिगत विवरण साझा करने के लिए कहता है या आपके खाते की जानकारी मांगता है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं। सोचें कि क्या यह सही है और क्या आपके दोस्त या रिश्तेदार वास्तव में ऐसा पूछ सकते हैं।
- संवेदनशील जानकारी न दें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, या ओटीपी किसी को भी न दें, चाहे वह व्यक्ति आपके जीवन में कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो।
- प्रमुख संस्थाओं से संपर्क करें: यदि कोई आपको किसी लिंक या वेबसाइट पर जाने के लिए कहे, तो पहले उस संस्थान के आधिकारिक संपर्क नंबर से जांच लें कि क्या यह प्रस्ताव सही है।
- विश्वास बनाए रखें, लेकिन सतर्क भी रहें: रिश्तों पर विश्वास करना जरूरी है, लेकिन किसी भी धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता भी आवश्यक है।
फ्रॉड द्वारा विश्वास दिलाना एक बहुत ही खतरनाक और चालाक धोखाधड़ी है, क्योंकि इसमें धोखेबाज आपके रिश्ते का फायदा उठाते हैं। अपने व्यक्तिगत डेटा को किसी भी हालत में साझा करने से बचें और रिश्तों को सही नजरिए से देखें, ताकि आप धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकें।
5. फर्जी नौकरी के ऑफर

फर्जी नौकरी के ऑफर एक आम धोखाधड़ी का रूप है, जिसमें धोखेबाज आपको एक आकर्षक नौकरी का वादा करते हैं, लेकिन इसके बदले आपसे जॉइनिंग फीस, रजिस्ट्रेशन शुल्क, या अन्य किसी प्रकार की राशि मांगते हैं। इन धोखेबाजों का उद्देश्य आपके पैसे लेना होता है, जबकि आपको कभी भी नौकरी नहीं मिलती। यह धोखाधड़ी कई बार रोजगार की तलाश में बैठे लोगों को निशाना बनाती है, जो नौकरी के लिए बहुत उत्साहित होते हैं और जल्दी से किसी भी ऑफर पर विश्वास कर लेते हैं।
मान लीजिए
आपको एक कॉल या ईमेल प्राप्त होती है, जिसमें कहा जाता है कि “हमारी कंपनी में शानदार नौकरी उपलब्ध है, बस आपको जॉइनिंग फीस का भुगतान करना होगा।” इसके बाद, आपको कहा जाता है कि यदि आप फीस का भुगतान करते हैं तो आपको एक जॉइनिंग लेटर भेजा जाएगा। आप पैसे दे देते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि न तो आपको नौकरी मिली और न ही आपका पैसा वापस आता है।
धोखेबाज के तरीके:
- लोभपूर्ण नौकरी ऑफर: धोखेबाज आपको आकर्षक नौकरी के ऑफर देते हैं, जिसमें अधिक सैलरी, आकर्षक लाभ और कामकाजी सुविधाएं शामिल होती हैं, ताकि आप आसानी से विश्वास कर सकें।
- जॉइनिंग फीस का दबाव: वे आपको यह कहते हुए फीस का भुगतान करने के लिए कहते हैं कि यह शुल्क कंपनी की प्रक्रिया का हिस्सा है, जो जॉइनिंग के लिए जरूरी है।
- असली कंपनियों का नाम उपयोग करना: धोखेबाज अक्सर बड़ी और जानी-पहचानी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल करते हैं, ताकि वे ज्यादा विश्वासजनक लगें और लोग आसानी से बहक जाएं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- फीस का भुगतान न करें: किसी भी नौकरी के लिए फीस का भुगतान न करें, खासकर जब वह नौकरी असली या मान्यता प्राप्त कंपनी से न हो। कंपनियां कभी भी अपने उम्मीदवारों से फीस नहीं मांगतीं।
- कंपनी की वैधता जांचें: जिस कंपनी से आपको नौकरी का ऑफर मिल रहा है, उसकी वैधता की पूरी जांच करें। कंपनी का आधिकारिक वेबसाइट, रिव्यू और अन्य कर्मचारियों की प्रतिक्रिया देखें।
- अजनबी कॉल्स से बचें: अगर आपको किसी अनजान नंबर से नौकरी का ऑफर आता है, तो पहले उस कंपनी का नाम और संपर्क विवरण जांचें। आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर उन विवरणों का सत्यापन करें।
- ऑफर को संदेह की नजर से देखें: अगर नौकरी का ऑफर बहुत अच्छा लगता है और आपकी योग्यता से मेल खाता है, तो यह ध्यान रखें कि बहुत अच्छे ऑफर कभी आसान नहीं होते। ऐसे ऑफर को संदेह की नजर से देखें।
- कानूनी मदद लें: अगर आप धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत पुलिस या संबंधित अधिकारी से संपर्क करें और उनकी मदद लें।
फर्जी नौकरी के ऑफर धोखाधड़ी के सबसे सामान्य रूपों में से एक हैं, और यह खासकर बेरोजगार लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसलिए, किसी भी नौकरी के ऑफर को ध्यान से जांचें और कभी भी जॉइनिंग फीस या किसी अन्य प्रकार का भुगतान न करें, क्योंकि एक असली कंपनी कभी भी आपको फीस के लिए नहीं कहेगी।
6. रेकॉप्टचा और अन्य फर्जी स्कीम्स – ReCaptcha

रेकॉप्टचा स्कीम्स और अन्य फर्जी ऑनलाइन स्कीम्स एक प्रकार की धोखाधड़ी होती हैं, जिनमें धोखेबाज आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि आप CAPTCHA या किसी अन्य प्रकार की आसान प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं और बदले में आपको पैसे मिलेंगे। हालांकि, असल में यह एक जाल होता है, जो आपके व्यक्तिगत डेटा या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स चुराने के उद्देश्य से तैयार किया जाता है।
उदाहरण से समझिए:
आपको एक पॉपअप दिखाई देता है जिसमें लिखा होता है, “आप CAPTCHA पूरा करें और पैसे कमाएं!” आप इसे पूरा करते हैं, लेकिन जैसे ही आप CAPTCHA पूरा करते हैं, आपकी जानकारी चोरी हो जाती है। यह स्कीम आपको धोखेबाज वेबसाइटों पर भेज देती है, जहां आप बिना जानें ही अपना व्यक्तिगत डेटा जैसे कि नाम, ईमेल, फोन नंबर, बैंक डिटेल्स या क्रेडिट कार्ड जानकारी प्रदान कर देते हैं।
धोखेबाज के तरीके:
- लोभपूर्ण प्रस्ताव: धोखेबाज आपको आकर्षक ऑफर दिखाते हैं, जैसे “CAPTCHA पूरा करें और पैसे कमाएं” या “फ्री गिफ्ट पाने के लिए CAPTCHA को पूरा करें,” ताकि आप बिना किसी संकोच के प्रक्रिया को पूरा करें।
- डेटा चोरी: CAPTCHA या अन्य टास्क पूरा करते समय, यह वेबसाइटें आपकी जानकारी चुराती हैं और इसका गलत इस्तेमाल करती हैं।
- मैलवेयर इन्स्टालेशन: कभी-कभी, इन धोखेबाज वेबसाइट्स पर क्लिक करने से आपका डिवाइस संक्रमित हो सकता है, जिससे आपका व्यक्तिगत डेटा चोरी हो सकता है या आपका डिवाइस हैक हो सकता है।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- सतर्क रहें: किसी भी अनजान लिंक, पॉपअप या वेबसाइट पर क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता जांचें। यह सुनिश्चित करें कि वेबसाइट विश्वसनीय और सुरक्षित हो।
- कभी भी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: अगर कोई आपको पैसे कमाने या फ्री ऑफर्स का वादा करते हुए व्यक्तिगत जानकारी मांगता है, तो यह संदेहास्पद हो सकता है।
- CAPTCHA प्रक्रिया को संदेह की नजर से देखें: अगर कोई वेबसाइट या लिंक आपको CAPTCHA पूरा करने के बाद पैसे देने का वादा करती है, तो यह संभावना है कि यह धोखाधड़ी हो सकती है।
- विश्वसनीय स्रोतों से ही सेवाएं लें: ऑनलाइन ऑफर्स या पैसे कमाने के वादों के लिए हमेशा विश्वसनीय और प्रमाणित वेबसाइटों का ही इस्तेमाल करें।
- मैलवेयर से बचाव: अपनी डिवाइस में सुरक्षा सॉफ़्टवेयर और एंटीवायरस प्रोग्राम इंस्टॉल करें ताकि आपका डिवाइस सुरक्षित रहे और किसी भी प्रकार के मैलवेयर से बच सके।
रेकॉप्टचा और अन्य फर्जी स्कीम्स का उद्देश्य केवल आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराना है। इसलिए, हमेशा सतर्क रहें और ऑनलाइन किसी भी ऑफर या लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता और विश्वसनीयता की जांच करें।
7. सोशल मीडिया फ्रॉड

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अन्य ऑनलाइन नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग धोखेबाजों द्वारा आपके व्यक्तिगत डेटा और जानकारी चुराने के लिए किया जाता है। वे आकर्षक ऑफर्स और लुभावने वादों के जरिए आपको फंसाते हैं, जैसे “किसी अकाउंट को फॉलो करें और शानदार पुरस्कार जीतें,” लेकिन इसके बाद वे आपके अकाउंट की जानकारी चुराने में सफल हो जाते हैं या उसे हैक कर लेते हैं।
उदाहरण से समझिए:
आपको इंस्टाग्राम या फेसबुक पर एक पोस्ट मिलती है, जिसमें लिखा होता है “हमारा इंस्टाग्राम अकाउंट फॉलो करें और 5000 रुपये जीतें।” जब आप इस ऑफर को आकर्षक समझकर इसे फॉलो करते हैं, तो आपका अकाउंट हैक हो जाता है और धोखेबाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि ईमेल, पासवर्ड, या बैंक डिटेल्स चुराते हैं। कभी-कभी, हैकर्स इस तरह के ऑफर्स का इस्तेमाल आपके अकाउंट से आपके दोस्तों और संपर्कों को भी धोखा देने के लिए कर सकते हैं।
धोखेबाज के तरीके:
- आकर्षक ऑफर्स: धोखेबाज सोशल मीडिया पर लुभावने ऑफर्स दिखाते हैं, जैसे “हमारे पेज को फॉलो करें और गिफ्ट वाउचर जीतें” या “लाइक और शेयर करें और महंगे इनाम जीतें”।
- फिशिंग लिंक: धोखेबाज आपको लिंक भेजते हैं जो देखने में बिल्कुल वैध लगते हैं, लेकिन वे असल में फर्जी होते हैं। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपका अकाउंट हैक हो सकता है या आपका व्यक्तिगत डेटा चोरी हो सकता है।
- पर्सनल डिटेल्स की मांग: कभी-कभी धोखेबाज आपको मैसेज करते हैं और आपको जानकारी देने के लिए कहते हैं, जैसे कि आपको एक गिफ्ट जीतने के लिए अपने नाम, पता या अन्य निजी जानकारी भरने के लिए कहा जाता है। इसके बदले में वे आपके व्यक्तिगत विवरण चुराते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- बाहरी लिंक से बचें: किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट या संदेश में दिए गए बाहरी लिंक पर क्लिक न करें। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि लिंक वैध है।
- आपने जो फॉलो किया है, उस पर नजर रखें: कभी भी अनजान पेज या अकाउंट को फॉलो न करें, जो आपको बहुत अच्छा ऑफर दे रहे हों। यह एक फर्जी स्कीम हो सकती है।
- सुरक्षा सेटिंग्स मजबूत रखें: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपनी सुरक्षा सेटिंग्स को मजबूत करें। अपने अकाउंट को निजी रखें, और 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें ताकि अकाउंट को हैक से बचाया जा सके।
- दोस्तों और संपर्कों से सावधान रहें: यदि आपके दोस्तों के अकाउंट से कोई बाहरी गतिविधि दिखती है या वे आपको अनजाने लिंक भेज रहे हैं, तो सतर्क रहें। हो सकता है उनका अकाउंट हैक हो चुका हो।
सोशल मीडिया पर किसी भी बाहरी लिंक या ऑफर पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए हमेशा सतर्क रहें, सुरक्षा सेटिंग्स को मजबूत करें और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
8. व्यक्तिगत जानकारी चुराने का फ्रॉड

यह धोखाधड़ी तब होती है जब धोखेबाज आपको एक नकली वेबसाइट या लिंक के जरिए आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि नाम, पता, बैंक डिटेल्स, या अन्य संवेदनशील जानकारी चुराते हैं। इस चोरी की गई जानकारी का उपयोग बाद में धोखेबाज आपके खाते से पैसे निकालने, आपकी पहचान चुराने, या अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों के लिए करते हैं।
उदाहरण से समझिए:
आपको एक ईमेल, मैसेज, या सोशल मीडिया के जरिए एक लिंक भेजा जाता है, जिसमें कहा जाता है “आपका खाता निलंबित हो सकता है, कृपया अपनी जानकारी अपडेट करें।” लिंक पर क्लिक करते ही आपको एक वेबसाइट पर भेजा जाता है, जो देखने में बिलकुल वैध और आधिकारिक लगती है। यहां आप अपनी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, या अन्य व्यक्तिगत जानकारी भरते हैं। बाद में पता चलता है कि वह वेबसाइट नकली थी, और आपकी जानकारी धोखेबाजों के हाथ लग चुकी है।
धोखेबाजो के तरीके:
- फिशिंग वेबसाइट्स: धोखेबाज आपको ऐसे लिंक पर भेजते हैं, जो हूबहू किसी ओरिजनल वेबसाइट की तरह दिखते हैं। इन वेबसाइट्स पर आप अपनी जानकारी भरते हैं, और यह डेटा धोखेबाजों के पास चला जाता है।
- कस्टम मैसेज: धोखेबाज आपको ईमेल, SMS, या सोशल मीडिया के जरिए यह बताते हैं कि आपके खाते में कोई समस्या है और आपकी जानकारी को अपडेट करना ज़रूरी है। वे आपको लिंक भेजते हैं, जो वास्तविक वेबसाइट का नकली संस्करण होता है।
- सोशल इंजीनियरिंग: कभी-कभी धोखेबाज आपके साथ भरोसा जीतने के लिए सोशल मीडिया पर आपको जानकारियां देते हैं, और फिर धीरे-धीरे आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें: किसी भी वेबसाइट पर अपनी जानकारी डालने से पहले यह सुनिश्चित करें कि वह वेबसाइट “HTTPS://” से शुरू होती है और वह सुरक्षित है। आधिकारिक और विश्वसनीय वेबसाइट्स ही इस तरह की जानकारी मांगती हैं।
- फिशिंग लिंक से बचें: अनजान और बाहरी लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता जांचें।
- व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे कि बैंक डिटेल्स, पासवर्ड) केवल विश्वसनीय और आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स पर ही शेयर करें।
- पासवर्ड और सुरक्षा को मजबूत करें: अपने पासवर्ड को मजबूत बनाएं और 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें। साथ ही, अपनी जानकारी को किसी से भी साझा न करें, चाहे वह परिचित क्यों न हो।
- धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें: यदि आपको लगता है कि आपकी जानकारी चोरी हो गई है, तो तुरंत संबंधित बैंक, कंपनी या पुलिस से संपर्क करें और इसकी रिपोर्ट दर्ज कराएं।
व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित है और केवल विश्वसनीय वेबसाइट्स पर अपनी जानकारी साझा करें। इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और अपनी जानकारी को सुरक्षित रखें।
9. बैंक और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी

यह धोखाधड़ी तब होती है जब धोखेबाज आपके बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराकर उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। धोखेबाज आपको कॉल, मैसेज, ईमेल, या सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करके आपकी संवेदनशील जानकारी चुराने का प्रयास करते हैं। इस धोखाधड़ी में अक्सर वे आपको किसी तरह की समस्या या ऑफर का हवाला देते हैं, ताकि आप अपनी जानकारी दे दें।
उदाहरण:
आपको एक कॉल आती है, जिसमें कहा जाता है, “आपके क्रेडिट कार्ड में या खाते में कुछ गड़बड़ी है, कृपया अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल्स या बैंक अकाउंट नंबर हमें बताएं ताकि हम इसे सही कर सकें।” आप जैसे ही अपनी जानकारी देते हैं, धोखेबाज इसका उपयोग आपके खाते से पैसे निकालने या अन्य धोखाधड़ी करने के लिए करते हैं।
धोखेबाज के तरीके:
- फिशिंग कॉल्स: धोखेबाज आपको कॉल करके दावा करते हैं कि वे आपकी बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से हैं और आपको अपनी जानकारी अपडेट करने के लिए कहते हैं।
- धोखाधड़ी के मैसेज: आपको एक संदेश आता है जिसमें कहा जाता है कि आपके अकाउंट में कोई समस्या है और आपको अपनी जानकारी तुरंत अपडेट करनी है। यह संदेश नकली होता है, और जैसे ही आप जानकारी देते हैं, वह धोखेबाजों के पास पहुंच जाती है।
- फिशिंग ईमेल्स: ईमेल के जरिए आपको एक लिंक भेजा जाता है, जो एक नकली बैंक वेबसाइट की तरह दिखता है। आप जैसे ही अपनी बैंक डिटेल्स भरते हैं, धोखेबाज आपकी जानकारी चुराते हैं।
- क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी: धोखेबाज आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराकर आपके कार्ड से पैसों का दुस्र्पयोग कर सकते हैं। वे आपके कार्ड के विवरण का उपयोग करके ऑनलाइन खरीदारी करते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- कभी भी जानकारी साझा न करें: अपनी बैंक या क्रेडिट कार्ड की जानकारी कभी भी फोन कॉल, मैसेज या ईमेल के माध्यम से न दें। बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनियां कभी भी आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगतीं।
- अनजान कॉल से बचें: अगर आपको किसी कॉल या संदेश में अपनी व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहा जाए, तो तुरंत उसे नजरअंदाज करें। आप हमेशा बैंक की आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
- फ़िशिंग लिंक से बचें: बैंक या क्रेडिट कार्ड से संबंधित किसी भी ईमेल या संदेश में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बचें, जब तक आप यह सुनिश्चित न कर लें कि वह लिंक सही है।
- सुरक्षा फीचर्स का उपयोग करें: अपने बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड पर 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें ताकि धोखेबाज आपके अकाउंट तक पहुंच न सकें।
- मनी ट्रांजेक्शन की निगरानी रखें: अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड के लेन-देन को नियमित रूप से चेक करें ताकि आपको किसी भी अनजान गतिविधि का तुरंत पता चल सके।
- सुरक्षित वेबसाइट का उपयोग करें: ऑनलाइन खरीदारी करते समय यह सुनिश्चित करें कि आप केवल सुरक्षित और आधिकारिक वेबसाइट्स का ही उपयोग कर रहे हैं, जो HTTPS से शुरू होती हैं।
Note: अब फ्रॉड्स इतनी एडवांस हो गई हैं कि वे सिक्योर वेबसाइट्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि वेबसाइट्स HTTPS (Secure) प्रोटोकॉल के जरिए सिक्योर होती हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वे पूरी तरह से फ्रॉड्स से सुरक्षित हैं। अगर कोई धोखेबाज वेबसाइट के मालिक के रूप में काम कर रहा है या उसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी कर रहा है, तो वह सिक्योरिटी का फायदा उठाकर धोखाधड़ी कर सकता है। HTTPS वेबसाइट्स की सुरक्षा प्रमाणिकता (SSL/TLS प्रमाणपत्र) और डेटा एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करती हैं, लेकिन यदि किसी वेबसाइट का मालिक या एडमिन धोखेबाज हो, तो वो आसानी से वेबसाइट का दुरुपयोग कर सकता है।
बैंक और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। अपनी जानकारी किसी से भी साझा करने से पहले सुनिश्चित करें कि वह व्यक्ति या संस्था वैध और विश्वसनीय है। अपने अकाउंट की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हमेशा अपने पासवर्ड और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करें।
10. पिरामिड और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) फ्रॉड

पिरामिड और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) फ्रॉड उन योजनाओं से संबंधित होते हैं, जिनका उद्देश्य लोगों से पैसे कमाना है, लेकिन इनमें वास्तविक उत्पाद या सेवा का अभाव होता है। इन योजनाओं में लोग एक-दूसरे को जोड़ते हैं और उनसे एक फीस प्राप्त करते हैं, लेकिन असल में यह केवल एक धोखा होता है, जो कुछ समय बाद पूरी तरह से टूट जाता है।
उदाहरण:
आपको एक पिरामिड स्कीम में शामिल होने का न्योता मिलता है, जिसमें आपको बताया जाता है कि आप दूसरे लोगों को इस योजना में जोड़ें और उनके द्वारा दी गई फीस से आप पैसे कमाएंगे। हालांकि, इसके पीछे कोई वास्तविक उत्पाद या सेवा नहीं होती। इसका अंत अंततः तब होता है जब नए सदस्य नहीं मिलते और स्कीम बंद हो जाती है, और निवेशक अपना पैसा खो देते हैं।
Forever Business और MLM स्कीम्स का सच – असली कमाई या धोखा?
आजकल बहुत से लोग Forever Living Products और दूसरी MLM (Multi-Level Marketing) कंपनियों से जुड़कर पैसे कमाने के बारे में बताते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप बिना इन्वेस्टमेंट के पैसा कमाने की सोच रहे हैं, तो यह नामुमकिन है।
Forever से पैसे कमाने का असली तरीका
- Forever एक वैध और 46+ साल पुरानी कंपनी है, लेकिन इस कंपनी के नाम पर बहुत से लोग फ्रॉड करते हैं। कंपनी का सिस्टम सीधा है:
- आपको पहले कम से कम ₹5000-₹10000 का प्रोडक्ट खरीदना पड़ता है।
- जब तक आप खुद प्रोडक्ट नहीं खरीदते, तब तक आप इस बिजनेस में आगे नहीं बढ़ सकते।
- आपको नए लोग जोड़ने होते हैं और उन्हें भी प्रोडक्ट खरीदवाना होता है।
- अगर आप प्रोडक्ट खरीदते रहेंगे और दूसरों को जोड़ते रहेंगे, तभी कमाई होगी।
बिना इन्वेस्टमेंट पैसे कमाने का दावा – झूठ या सच?
- बहुत से लोग कहते हैं कि “Forever में बिना इन्वेस्टमेंट के पैसा कमा सकते हैं।” लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। जो लोग यह दावा करते हैं, वे पहले आपसे ट्रेनिंग फीस के नाम पर ₹200-₹500 लेते हैं।
- पहले यह कहा जाएगा कि “कोई पैसा नहीं लगेगा, बस मेहनत करनी होगी।”
- जब आप जुड़ जाते हैं, तब यह लोग कहते हैं कि “प्रोडक्ट खरीदो, तभी कमाई होगी।”
- अगर आप किसी को नहीं जोड़ पाए और प्रोडक्ट नहीं खरीदा, तो आपकी कमाई शून्य हो जाएगी।
Forever और दूसरी MLM स्कीम्स में लोग कैसे फंसते हैं?
- शानदार लाइफस्टाइल दिखाकर फंसाना: ये लोग WhatsApp और Telegram पर बड़ी-बड़ी गाड़ियों, महंगे होटलों और विदेश यात्राओं की तस्वीरें भेजते हैं, ताकि आपको लगे कि यह असली बिजनेस है।
- पावरफुल टीम दिखाना: आपको कहा जाएगा कि “हमारी टीम बहुत स्ट्रॉन्ग है, पुलिस और बड़े अधिकारी भी इसमें हैं।”
- फ्री ट्रेनिंग के नाम पर पैसा लेना: पहले यह लोग कहते हैं कि “बिल्कुल फ्री जॉइनिंग” लेकिन बाद में कहते हैं कि “₹200-₹500 देकर ट्रेनिंग लो।”
- पहले थोड़ा पैसा देना, फिर बड़ा इन्वेस्टमेंट करवाना: पहले ₹200 का ट्रेनिंग चार्ज, फिर ₹5000 से ₹10000 तक का प्रोडक्ट खरीदने का दबाव बनाया जाता है।
Forever में कमाई संभव है लेकिन मुश्किल क्यों है?
- Forever एक सही कंपनी है, लेकिन इसमें 96% लोग असफल होते हैं।
- बिना लोग जोड़े और बिना प्रोडक्ट खरीदे कोई पैसा नहीं कमा सकता।
- जितने लोग आपसे जुड़ेंगे, उन्हें भी प्रोडक्ट खरीदना पड़ेगा, तभी आपकी कमाई होगी।
- अगर कोई आपसे कहता है कि बिना इन्वेस्टमेंट के कमाई होगी, तो वह झूठ बोल रहा है।
Forever जैसी MLM में क्या करना चाहिए?
- अगर आप सच में MLM में सफल होना चाहते हैं, तो पहले यह समझें कि बिना प्रोडक्ट खरीदे और बिना लोगों को जोड़े कमाई नहीं होगी।
- अगर आपको टीम बनाना नहीं आता या लोग जोड़ने में दिक्कत होती है, तो यह बिजनेस आपके लिए नहीं है।
- इसके बजाय YouTube, Blogging, या कोई Skill सीखकर कमाई करें, जो जिंदगीभर काम आएगी।
यह आपको पता होना चाहिए।
- Forever एक सही कंपनी है, लेकिन इसमें 96% लोग असफल होते हैं।
- बिना प्रोडक्ट खरीदे और बिना लोगों को जोड़े, इसमें पैसे नहीं कमा सकते।
- अगर कोई कहता है कि बिना इन्वेस्टमेंट के कमाई होगी, तो वह 100% झूठ बोल रहा है।
- फेक ट्रेनिंग, WhatsApp ग्रुप और दिखावों से बचें।
धोखेबाज के तरीके:
- नई सदस्यता से लाभ: धोखेबाजों द्वारा यह योजनाएं इस प्रकार बनाई जाती हैं कि सबसे पहले जो लोग शामिल होते हैं, वे दूसरों को जोड़कर कमाई करते हैं। हालांकि, नए लोगों को जोड़ने के लिए कोई वास्तविक उत्पाद नहीं होता है।
- किसी जादूई तरीका से पैसा कमाने का वादा: MLM और पिरामिड स्कीम्स अक्सर बड़े फायदे का वादा करती हैं, जैसे “अपने दोस्तों और परिवार को जोड़ें और लाखों कमाएं।” लेकिन इसके अंतर्गत एक पिरामिड बनता है, जिसमें केवल ऊपर वाले लोग ही पैसे कमाते हैं, जबकि नीचे वाले नुकसान उठाते हैं।
- सपने बेचने की रणनीति: पिरामिड और MLM स्कीम्स में अक्सर आपको यह विश्वास दिलाया जाता है कि यदि आप बहुत मेहनत करेंगे, तो आपको लाखों रुपये मिलेंगे। ये धोखेबाज यह कहते हैं कि यह एक वैध व्यापार अवसर है, जबकि असल में वे केवल नए निवेशकों से पैसे इकट्ठा करते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- पिरामिड और MLM स्कीम्स से बचें: किसी भी ऐसी योजना से बचें जिसमें आपको दूसरों को जोड़ने के लिए कहा जाता है और पैसा कमाने के लिए फीस देने की मांग की जाती है। ऐसी स्कीम्स में अक्सर कोई वास्तविक उत्पाद नहीं होता।
- योजना की वैधता जांचें: किसी भी योजना में शामिल होने से पहले उसकी पूरी जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि वह एक कानूनी और प्रामाणिक व्यवसाय है।
- सपनों के पीछे मत दौड़ें: ऐसे वादों से दूर रहें जो आपको “तेज़ पैसे” या “बड़ी कमाई” का लालच देते हैं, खासकर जब वे दूसरों को जोड़ने की शर्त पर हों।
- कानूनी सलाह लें: अगर आपको संदेह है कि किसी योजना में धोखाधड़ी हो रही है, तो आप एक कानूनी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।
- सुरक्षित निवेश करें: हमेशा सुनिश्चित करें कि आपका निवेश एक प्रमाणिक और सुरक्षित उत्पाद या सेवा में हो, जिसमें कोई धोखाधड़ी न हो।
पिरामिड और MLM फ्रॉड्स में शामिल होने से बचें। ये योजनाएं केवल कुछ लोगों को फायदा पहुंचाती हैं और बाकी सभी लोग नुकसान उठाते हैं। हमेशा किसी भी योजना में शामिल होने से पहले उसकी वैधता और विश्वसनीयता की पूरी जांच करें।
11. फेक मोबाइल रिचार्ज स्कैम

फेक मोबाइल रिचार्ज स्कैम एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जहां धोखेबाज आपको यह दिखाते हैं कि वे आपके मोबाइल नंबर पर रिचार्ज कर रहे हैं, लेकिन असल में वे आपका पैसा चुराने की कोशिश कर रहे होते हैं। इस स्कैम के जरिए वे आपको आकर्षक ऑफर्स या डिस्काउंट्स का वादा करते हैं और आपको किसी लिंक या एप्लिकेशन पर क्लिक करने के लिए कहते हैं। जैसे ही आप उनके दिए गए लिंक या एप्लिकेशन पर जाते हैं, वे आपकी बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड जानकारी या अन्य निजी जानकारी चुराते हैं।
उदाहरण:
- धोखेबाज मैसेज: आपको एक मैसेज प्राप्त होता है, जिसमें कहा जाता है “आपको 50% या इससे भी कम % डिस्काउंट पर मोबाइल रिचार्ज मिल रहा है, क्लिक करें और रिचार्ज कराएं।” यह लिंक आपको एक धोखाधड़ी वेबसाइट पर ले जाता है, जहां आपको अपना बैंक डिटेल्स या क्रेडिट कार्ड जानकारी दर्ज करने के लिए कहा जाता है। जैसे ही आप यह जानकारी देते हैं, आपका पैसा गायब हो जाता है।
- फेक मोबाइल रिचार्ज ऐप्स: धोखेबाज आपको एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं, जो दावा करता है कि वह आपको रिचार्ज पर डिस्काउंट देगा या मुफ्त रिचार्ज की पेशकश करेगा। लेकिन असल में, ऐप आपकी व्यक्तिगत जानकारी या कार्ड डिटेल्स चुराता है।
- ऑनलाइन रिचार्ज वेबसाइट्स: कई धोखेबाज नकली वेबसाइट्स बनाते हैं, जो दिखने में पूरी तरह से वैध होती हैं और मोबाइल रिचार्ज की सुविधा देती हैं। वे आपको आकर्षक ऑफर्स दिखाते हैं, जैसे “500 रुपये का रिचार्ज सिर्फ 100 रुपये में”, लेकिन जब आप अपना भुगतान करते हैं, तो न तो रिचार्ज होता है और न ही आपको आपका पैसा वापस मिलता है।
धोखेबाज के तरीके:
- झूठे ऑफर्स या डिस्काउंट: वे आकर्षक डिस्काउंट या मुफ्त रिचार्ज का वादा करते हैं, लेकिन असल में यह केवल एक धोखाधड़ी होती है।
- फेक रिचार्ज लिंक: आपको एक लिंक भेजा जाता है, जो एक धोखाधड़ी वेबसाइट या पेज पर ले जाता है। यहां पर आपको अपना व्यक्तिगत डिटेल्स या बैंक डिटेल्स भरने के लिए कहा जाता है।
- फेक रिचार्ज ऐप्स: ये ऐप्स आपकी जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन की जाती हैं। वे आपको मुफ्त रिचार्ज या बहुत सस्ते रिचार्ज का वादा करते हैं, लेकिन असल में वे आपके बैंक या पेमेंट डिटेल्स चुरा लेते हैं।
क्या करें:
- सिर्फ विश्वसनीय ऐप्स और वेबसाइट्स से रिचार्ज करें: मोबाइल रिचार्ज के लिए हमेशा आधिकारिक ऐप्स या वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें, जैसे कि एयरटेल, जियो, वोडाफोन आदि।
- अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें: किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें, खासकर जब वह रिचार्ज ऑफर्स या डिस्काउंट्स का वादा करता हो।
- बैंक डिटेल्स किसी से भी साझा न करें: अपनी बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड जानकारी या अन्य पर्सनल जानकारी किसी भी अनजान या फालतू वेबसाइट या फालतू ऐप्स के साथ साझा न करें।
- फेक ऐप्स से बचें: अगर आपको किसी ऐप के बारे में संदेह है, तो पहले उसके बारे में इंटरनेट पर रिसर्च करें। किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी पूरी जानकारी और रेटिंग्स जरूर चेक करें।
- रिपोर्ट करें: अगर आपको ऐसा कोई स्कैम दिखाई दे, तो उसे तुरंत संबंधित प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें, ताकि अन्य लोग इस धोखाधड़ी से बच सकें।
फेक मोबाइल रिचार्ज स्कैम से बचने के लिए आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए। अपनी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट से साझा करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांच लें। ऐसे स्कैम के प्रति जागरूकता और सावधानी आपके पैसे और जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
12. फ़िशिंग फ्रॉड

फ़िशिंग फ्रॉड एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जिसमें धोखेबाज आपको धोखा देने के लिए ईमेल, संदेश या कॉल भेजते हैं और आपके व्यक्तिगत डेटा को चुराने के लिए एक लिंक साझा करते हैं। यह लिंक एक नकली वेबसाइट पर ले जाता है, जो असल में धोखाधड़ी करने के लिए बनाई गई होती है। धोखेबाज आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि यह लिंक एक वैध और आधिकारिक साइट है।
उदाहरण:
आपको एक ईमेल मिलता है, जिसमें लिखा होता है, “आपके बैंक अकाउंट में कोई समस्या है, कृपया अपनी जानकारी अपडेट करें।” इस ईमेल में एक लिंक होता है, जो आपको एक धोखाधड़ी वेबसाइट पर ले जाता है। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं और अपनी जानकारी डालते हैं, धोखेबाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा लेते हैं और इसका गलत इस्तेमाल करते हैं।
धोखेबाज के तरीके:
- नकली वेबसाइट्स: धोखेबाज एक वेबसाइट तैयार करते हैं जो बैंक या अन्य सेवाओं की वेबसाइट की तरह दिखती है, ताकि आप अपनी जानकारी बिना सोचे-समझे वहां डाल सकें।
- आपातकालीन संदेश: धोखेबाज अक्सर आपको यह संदेश भेजते हैं कि आपके अकाउंट में कोई समस्या है या तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, जिससे आप जल्दी से अपना डेटा अपडेट करने के लिए प्रेरित होते हैं।
- अनजान लिंक: ये लिंक किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को चुराने के लिए आपको एक धोखाधड़ी वेबसाइट पर ले जाते हैं, जो पूरी तरह से वैध लगती है।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- अनजान ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान या फालतू ईमेल, संदेश या लिंक पर क्लिक करने से बचें। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि लिंक वैध है और आधिकारिक वेबसाइट से ही भेजा गया है।
- आधिकारिक चैनल के माध्यम से जानकारी अपडेट करें: किसी भी जानकारी को अपडेट करने के लिए केवल आधिकारिक और विश्वसनीय वेबसाइट्स या ऐप्स का उपयोग करें।
- सुरक्षा सेटिंग्स चेक करें: अपनी सुरक्षा सेटिंग्स को नियमित रूप से चेक करें और सुनिश्चित करें कि आपकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित है।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें: अपने खाते की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।
- वायरस और एंटी-स्पैम सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने डिवाइस पर वायरस और स्पैम फिल्टर सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें ताकि इन प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
फ़िशिंग फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें। हमेशा अपनी जानकारी को केवल विश्वसनीय और आधिकारिक चैनल के माध्यम से अपडेट करें।
13. ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड

ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त धोखेबाज अक्सर नकली वेबसाइट्स या ऐप्स के जरिए धोखा देते हैं। वे आकर्षक ऑफर्स और डिस्काउंट्स का वादा करते हैं, जिससे लोग प्रलोभित हो जाते हैं। लेकिन जब आप ऑर्डर करते हैं, तो या तो आपको कोई उत्पाद नहीं मिलता, या फिर आपको खराब गुणवत्ता का सामान भेज दिया जाता है।
उदाहरण:
मान लीजिए कि आपने किसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट से एक स्मार्टफोन खरीदा। साइट पर दिखाए गए आकर्षक ऑफर्स ने आपको आकर्षित किया, लेकिन जब आपने ऑर्डर किया, तो आपको वह स्मार्टफोन नहीं मिला, या फिर एक नकली और खराब गुणवत्ता वाला सामान भेजा गया।
धोखेबाज के तरीके:
- नकली वेबसाइट्स और ऐप्स: धोखेबाज अक्सर नकली वेबसाइट्स और ऐप्स बनाते हैं, जो दिखने में असल साइट्स जैसी लगती हैं। इनमें आकर्षक डिस्काउंट्स या ऑफर्स दिए जाते हैं ताकि लोग इन पर विश्वास कर लें।
- समान नाम के साइट्स: कुछ धोखेबाज असली साइट्स के नाम को थोड़ा बदलकर एक नकली वेबसाइट तैयार करते हैं, जैसे ‘amaz0n.com’ या ‘fliipkart.co’।
- सस्ते ऑफर्स: धोखेबाज सस्ते और असामान्य रूप से अच्छे ऑफर्स दिखाकर ग्राहकों को आकर्षित करते हैं, जो अक्सर धोखा देने का तरीका होते हैं।
- पैसे लेने के बाद भाग जाना: धोखेबाज आमतौर पर पहले आपकी पूरी राशि ले लेते हैं, लेकिन बाद में उत्पाद भेजने में चूक हो जाती है या नकली सामान भेजा जाता है।
क्या करें:
- विश्वसनीय वेबसाइट्स का चयन करें: केवल मान्यता प्राप्त और सुरक्षित वेबसाइट्स से ही शॉपिंग करें। सुनिश्चित करें कि साइट का URL ‘https’ से शुरू होता हो और उसमें एक लॉक आइकन हो। अब फ्रॉड्स इतनी एडवांस हो गई हैं कि वे सिक्योर HTTPS वेबसाइट्स का भी इस्तेमाल करके धोखाधड़ी कर सकते हैं, क्योंकि यदि वेबसाइट का मालिक या एडमिन धोखेबाज हो, तो वह सिक्योरिटी का फायदा उठाकर नुकसान पहुंचा सकता है।
- ग्राहक समीक्षाएं और रेटिंग्स पढ़ें: ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त, उत्पाद के बारे में अन्य ग्राहकों की समीक्षाएं और रेटिंग्स जरूर पढ़ें। यह आपको असली और नकली साइट्स में फर्क करने में मदद करेगा।
- आधिकारिक ऐप्स का उपयोग करें: यदि आप मोबाइल से शॉपिंग कर रहे हैं, तो केवल आधिकारिक ऐप्स का उपयोग करें, जो Google Play Store, आधिकारिक Websites या Apple App Store से डाउनलोड किए गए हों।
- सस्ते ऑफर्स से बचें: अत्यधिक सस्ते ऑफर्स से बचें, क्योंकि यह अक्सर धोखाधड़ी का हिस्सा हो सकते हैं। अगर कोई ऑफर असामान्य रूप से अच्छा लगता है, तो उसकी सत्यता की जांच करें।
- पेमेंट सुरक्षित तरीके से करें: ऑनलाइन शॉपिंग के लिए हमेशा सुरक्षित पेमेंट विकल्पों का चयन करें जैसे कि क्रेडिट/डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, या यूपीआई। कैश ऑन डिलीवरी से बचें यदि आपको साइट की सुरक्षा पर शक हो।
- सुरक्षा सेटिंग्स को चेक करें: ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त वेबसाइट की सुरक्षा को चेक करें और सुनिश्चित करें कि आपका डेटा सुरक्षित है।
14. लॉटरी या प्राइज फ्रॉड

लॉटरी या प्राइज फ्रॉड आमतौर पर व्हाट्सएप, ईमेल, या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के जरिए होता है, जहां धोखेबाज आपको यह बताने का प्रयास करते हैं कि आप किसी लॉटरी या प्रतियोगिता में जीत गए हैं। वे आपको आकर्षक पुरस्कार जैसे कि लाखों रुपये या कार जीतने का दावा करते हैं, लेकिन यह सब धोखा होता है। इस प्रकार के फ्रॉड में धोखेबाज आपसे पैसे, व्यक्तिगत जानकारी या बैंक डिटेल्स की मांग करते हैं, जिससे वे आपके अकाउंट से पैसे चुरा लेते हैं।
उदाहरण:
- व्हाट्सएप लॉटरी: आपको व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिलता है जिसमें कहा जाता है कि “आपने 25 लाख रुपये की लॉटरी जीत ली है, अब आपको सिर्फ एक छोटे से शुल्क का भुगतान करना है ताकि हम आपको इनाम भेज सकें।” इसके बाद आपको किसी लिंक पर क्लिक करने या बैंक डिटेल्स देने को कहा जाता है, और जैसे ही आप ये जानकारी देते हैं, आपका पैसा गायब हो जाता है।
- कौन बनेगा करोड़पति (KBC) लॉटरी: धोखेबाज अक्सर KBC जैसे प्रसिद्ध कार्यक्रमों का हवाला देते हुए कहते हैं कि आपने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की लॉटरी जीती है। फिर आपको यह कहते हुए एक लिंक भेजा जाता है कि “आपको इनाम पाने के लिए कुछ जरूरी डिटेल्स भरनी हैं।” लेकिन यह सब एक धोखाधड़ी होती है, और आपको कभी भी इनाम नहीं मिलता।
- नकली व्हाट्सएप या फेसबुक संदेश: आपको कोई ऐसा संदेश मिलता है जिसमें कहा जाता है, “आपने 10 लाख रुपये जीत लिए हैं, कृपया हमें अपना बैंक अकाउंट डिटेल भेजें।” इस प्रकार के संदेशों में अक्सर एक लिंक होता है जो एक नकली पेज पर ले जाता है।
- आकर्षक ऑफर्स या इनाम: धोखेबाज आपको यह भी बताते हैं कि यदि आप इस संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों को फॉरवर्ड करेंगे तो आपको बोनस मिलेगा। यह सब आपको धोखा देने का तरीका होता है।
धोखेबाजों के तरीके:
- झूठे इनाम का दावा: वे दावा करते हैं कि आपने एक लॉटरी या पुरस्कार जीता है, जैसे कि “कौन बनेगा करोड़पति” या “लोटस स्मार्टफोन प्रमोशन”, लेकिन असल में आपको कुछ भी नहीं मिलता।
- भ्रामक लिंक भेजना: इन संदेशों में अक्सर एक लिंक होता है जो एक धोखाधड़ी वेबसाइट पर ले जाता है, जहां से आपकी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स चुराई जाती हैं।
- आपसे पैसे की मांग करना: यह धोखेबाज आपको बताते हैं कि आपको कुछ शुल्क या टैक्स का भुगतान करना होगा ताकि आप अपना पुरस्कार प्राप्त कर सकें। जैसे ही आप पैसा भेजते हैं, वे गायब हो जाते हैं।
इन धोखेबाज से कैसे बच सकते हैं
- कोई भी लिंक पर क्लिक न करें: यदि आपको किसी तरह का लॉटरी या पुरस्कार जीतने का संदेश मिलता है, तो बिना सत्यापन के कभी भी लिंक पर क्लिक न करें। ये लिंक अक्सर धोखाधड़ी वाली वेबसाइट्स पर ले जाते हैं।
- विश्वसनीय स्रोत से ही जानकारी प्राप्त करें: किसी भी लॉटरी या पुरस्कार के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आधिकारिक और विश्वसनीय स्रोतों का ही सहारा लें। कोई भी सरकारी या प्रसिद्ध कंपनी इस तरह से आपको लॉटरी जीतने के बारे में मैसेज नहीं भेजती।
- पर्सनल डिटेल्स साझा न करें: अपनी बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड जानकारी या अन्य व्यक्तिगत जानकारी किसी भी अनजान स्रोत के साथ साझा न करें, भले ही वह आपको कितना भी आकर्षक प्रस्ताव दे रहा हो।
- ऑफिशियल चैनल का उपयोग करें: यदि आपको किसी प्रसिद्ध लॉटरी या पुरस्कार के बारे में संदेश आता है, तो आप उस कार्यक्रम के आधिकारिक चैनल पर जाकर उसकी सत्यता की जांच कर सकते हैं। जैसे, KBC की लॉटरी के बारे में आपको सोनी टीवी के आधिकारिक चैनल या वेबसाइट से ही जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
- ब्लॉक और रिपोर्ट करें: यदि आपको ऐसा कोई संदिग्ध संदेश या कॉल प्राप्त हो, तो उसे तुरंत ब्लॉक करें और संबंधित प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें।
लॉटरी और पुरस्कार की धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए। किसी भी अनजान स्रोत से आने वाले संदेशों पर विश्वास न करें, और हमेशा सुरक्षित तरीकों से अपनी जानकारी साझा करें। ध्यान रखें कि यदि कोई चीज़ बहुत ज्यादा आकर्षक लगती है, तो वह धोखाधड़ी हो सकती है।
धोखाधड़ी से बचने के लिए जानकारी का होना है जरूरी

मैं हर एक धोखाधड़ी के तरीके को इतनी विस्तार से नहीं बता सकता क्योंकि कुछ लोग केवल पढ़ने के बाद भूल जाते हैं और फिर भटक जाते हैं। इसीलिए मैं कुछ मुख्य धोखाधड़ी के प्रकारों को संक्षेप में बता रहा हूं। यह जानकारी जानना बेहद जरूरी है, और कृपया आप अपने दोस्तों, परिवार के लोगों और करीबी रिश्तेदारों से भी इस बारे में जरूर साझा करें ताकि वे भी इन धोखाधड़ी से बच सकें। मैंने पहले ही बहुत से तरीके बताए हैं, जिनसे आप इन धोखाधड़ी से बच सकते हैं। अब चूंकि धोखाधड़ी करने के नए तरीके रोज सामने आते रहते हैं, इसीलिए मैं इस जानकारी को शॉर्ट्स के रूप में साझा कर रहा हूं। यह धोखाधड़ी की लिस्ट कभी खत्म नहीं होती, क्योंकि धोखाधड़ी करने वाले रोज नए तरीके खोजते रहते हैं। इसलिए, मैं शॉर्ट्स के जरिए सरल तरीके से आपको अवगत करवा रहा हूं ताकि लोग इससे दूर रहें।
क्यों जरूरी है इस जानकारी को जानना: समय निकालकर पढ़ें क्योंकि ये जानकारी आपके और आपके परिवार के लिए सुरक्षा का कारण बन सकती है। धोखेबाज हर दिन नए तरीके ढूंढ़ते रहते हैं, इसलिए हमें सतर्क रहना बहुत जरूरी है। फ्रॉड से कैसे बचें और सतर्क रहें, तो आइए नीचे कुछ और धोखाधड़ी के प्रकारों के बारे में जानते हैं और कैसे आप इनसे बच सकते हैं, ताकि आप कभी भी किसी के जाल में न फंसे और बेकार की बातों में न आएं।
लगभग सभी धोखाधड़ी के प्रकार
15. निवेश धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको एक ईमेल मिलता है जिसमें कहा जाता है कि आप एक आकर्षक निवेश योजना में शामिल हो सकते हैं, जो आपको जल्दी बड़ा मुनाफा देगी। लेकिन असल में, ये एक धोखाधड़ी होती है।
कैसे बचें: किसी भी निवेश योजना में शामिल होने से पहले उसकी पूरी जानकारी लें और हमेशा प्रमाणित स्रोत से ही निवेश करें।
16. क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज आपके क्रेडिट कार्ड डिटेल्स चुराते हैं और उसका गलत इस्तेमाल करते हैं।
कैसे बचें: किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल्स केवल सुरक्षित वेबसाइट पर ही डालें।
17. टेक सपोर्ट धोखाधड़ी
उदाहरण: एक कॉल आती है जिसमें कहा जाता है कि आपके कंप्यूटर में वायरस है, और आपको सॉफ़्टवेयर खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है।
कैसे बचें: किसी भी अनजान कॉल पर विश्वास न करें, और हमेशा अधिकृत तकनीकी समर्थन से ही मदद लें।
18. रोमांस धोखाधड़ी
उदाहरण: एक व्यक्ति ऑनलाइन आपको दोस्ती का प्रस्ताव देता है और फिर धीरे-धीरे पैसों के लिए अनुरोध करता है।
कैसे बचें: किसी अनजान व्यक्ति को पैसे भेजने से पहले पूरी जानकारी लें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने से बचें।
19. चैरिटी धोखाधड़ी
उदाहरण: एक ईमेल या कॉल आती है जिसमें कहा जाता है कि एक चैरिटी को दान करें, जो किसी आपदा पीड़ितों की मदद कर रही है।
कैसे बचें: दान देने से पहले चैरिटी की सत्यता की जांच करें और केवल प्रमाणित संगठनों को दान करें।
20. लोन धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको एक लोन ऑफर मिलता है जिसमें कहा जाता है कि आपको लोन मिलेगा, लेकिन आपको पहले एक फीस चुकानी होगी।
कैसे बचें: लोन के लिए आवेदन करने से पहले संस्थान की विश्वसनीयता जांचें और कोई भी शुल्क पहले न दें।
21. बैंकिंग धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने के लिए आपके पिन और पासवर्ड की जानकारी चुराते हैं।
कैसे बचें: अपने बैंकिंग पासवर्ड और पिन को सुरक्षित रखें, और किसी भी संदिग्ध लिंक या कॉल पर विश्वास न करें।
22. पहचान की चोरी
उदाहरण: आपके नाम पर किसी ने एक नया बैंक अकाउंट खोल लिया और उसका गलत इस्तेमाल किया।
कैसे बचें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच करें।
23. पिरामिड स्कीम धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको एक योजना में शामिल होने का मौका मिलता है जिसमें आपको दूसरों को जोड़ने के लिए पैसा मिलता है, लेकिन असल में यह सिर्फ एक धोखा होता है।
कैसे बचें: इस तरह की योजनाओं से दूर रहें और कोई भी योजना शुरू करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच करें।
24. नकली वेबसाइट धोखाधड़ी
उदाहरण: एक वेबसाइट आपको आकर्षक ऑफर देती है, लेकिन जब आप शॉपिंग करते हैं तो कोई उत्पाद नहीं मिलता।
कैसे बचें: केवल मान्यता प्राप्त और सुरक्षित वेबसाइट्स से ही ऑनलाइन शॉपिंग करें और वेबपेज की URL को ध्यान से जांचें।
25. इनवॉइस धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको एक फर्जी इनवॉइस भेजी जाती है जिसमें आपको एक भारी राशि का भुगतान करने के लिए कहा जाता है।
कैसे बचें: किसी भी इनवॉइस को ध्यान से जांचें और असल स्रोत से संपर्क करके उसकी सत्यता की जांच करें।
26. विज्ञापन धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज आपके पर्सनल जानकारी चुराने के लिए फर्जी ऑनलाइन विज्ञापन चलाते हैं।
कैसे बचें: विज्ञापनों से सावधान रहें, विशेषकर उन पर जो अति आकर्षक और संदेहास्पद दिखें।
27. सोशल मीडिया धोखाधड़ी
उदाहरण: सोशल मीडिया पर एक फर्जी प्रतियोगिता या पुरस्कार का दावा किया जाता है, लेकिन असल में यह एक धोखा होता है।
कैसे बचें: किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच करें और सिर्फ विश्वसनीय वेबसाइट्स का उपयोग करें।
28. सब्सक्रिप्शन धोखाधड़ी
उदाहरण: एक फर्जी सेवा का सब्सक्रिप्शन लिया जाता है और फिर आपको नकली सेवाएं दी जाती हैं।
कैसे बचें: किसी भी सब्सक्रिप्शन सेवा को लेने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और सुनिश्चित करें कि वह प्रमाणित है।
29. एडवांस फीस धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज किसी सेवा या उत्पाद के लिए पहले से ही फीस लेते हैं, लेकिन बाद में कुछ नहीं देते।
कैसे बचें: कभी भी एडवांस फीस न दें, विशेषकर यदि सेवा या उत्पाद वास्तविक नहीं लगता है।
30. रेंटल धोखाधड़ी
उदाहरण: एक फर्जी रेंटल लिस्टिंग के जरिए धोखेबाज आपको पैसे लेते हैं, लेकिन असल में कोई रियल प्रॉपर्टी नहीं होती।
कैसे बचें: रेंटल लिस्टिंग की सत्यता की जांच करें और केवल प्रमाणित स्रोत से ही रेंटल डील करें।
31. डेटा ब्रीच धोखाधड़ी
उदाहरण: हैकर्स आपके डेटा का गलत इस्तेमाल करते हैं और आपकी व्यक्तिगत जानकारी को चुराते हैं।
कैसे बचें: अपनी जानकारी को सुरक्षित रखें और अपनी डेटा सुरक्षा पर ध्यान दें।
32. बीमा धोखाधड़ी
उदाहरण: फर्जी बीमा पॉलिसी बेची जाती है, जो असल में कोई सुरक्षा नहीं देती।
कैसे बचें: बीमा पॉलिसी लेने से पहले उसके दस्तावेजों की सत्यता जांचें और अधिकृत बीमा कंपनियों से ही पॉलिसी लें।
33. रोजगार धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको फर्जी जॉब ऑफर दिया जाता है, लेकिन जॉइन करने पर कोई जॉब नहीं मिलती।
कैसे बचें: जॉब ऑफर को हमेशा प्रमाणित स्रोत से जांचें और किसी भी जॉइनिंग शुल्क से बचें।
34. नकली ऐप धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज फर्जी मोबाइल ऐप्स बनाते हैं जो आपकी जानकारी चुराते हैं या आपकी ऐप से पैसे निकालते हैं।
कैसे बचें: हमेशा आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें और ऐप्स के रिव्यू को ध्यान से देखें।
35. नकली नौकरी पोस्टिंग
उदाहरण: एक फर्जी नौकरी पोस्टिंग में आपको आवेदन करने के लिए कहा जाता है, लेकिन असल में कोई जॉब नहीं होती।
कैसे बचें: जॉब पोस्टिंग की सत्यता की जांच करें और हमेशा प्रमाणित जॉब पोर्टल्स से ही नौकरी खोजें।
36. बिजनेस ईमेल धोखाधड़ी
उदाहरण: आपके बिजनेस ईमेल अकाउंट को हैक किया जाता है और धोखेबाज पैसे निकालने के लिए गलत ईमेल भेजते हैं।
कैसे बचें: अपने ईमेल अकाउंट की सुरक्षा को मजबूत करें और अनधिकृत ट्रांजैक्शन से बचें।
37. टैक्स धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज आपको टैक्स रिफंड का झांसा देकर आपकी पर्सनल जानकारी चुराते हैं।
कैसे बचें: टैक्स से संबंधित किसी भी अनुरोध के लिए आधिकारिक चैनल का ही उपयोग करें और संदिग्ध लिंक से बचें।
38. रियल एस्टेट धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज फर्जी प्रॉपर्टी बेचने का दावा करते हैं और आपको पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
कैसे बचें: प्रॉपर्टी खरीदने से पहले सभी दस्तावेजों की जांच करें और रियल एस्टेट एजेंट की प्रमाणिकता जांचें।
39. टिकटिंग धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज फर्जी टिकट बेचकर आपको धोखा देते हैं और आपका पैसा ले लेते हैं।
कैसे बचें: टिकट खरीदने से पहले वेबसाइट की सत्यता जांचें और अधिकृत टिकट विक्रेताओं से ही टिकट खरीदें।
40. एटीएम धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज आपके ATM कार्ड का डेटा चुराकर आपके खाते से पैसे निकालते हैं।
कैसे बचें: ATM का उपयोग करते समय अपने पिन को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध स्किमिंग डिवाइस से बचें।
41. फोन धोखाधड़ी
उदाहरण: फोन कॉल के जरिए धोखेबाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराते हैं और फिर आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल करते हैं।
कैसे बचें: अनजान कॉल्स से बचें और हमेशा आधिकारिक नंबर से ही संपर्क करें।
42. निवेश पॉन्ज़ी स्कीम धोखाधड़ी
उदाहरण: इसमें पुराने निवेशकों को नए निवेशकों के पैसे से भुगतान किया जाता है, लेकिन वास्तविक निवेश नहीं होता।
कैसे बचें: इस तरह की स्कीम्स से बचें और केवल प्रमाणित और सुरक्षित निवेश योजनाओं में निवेश करें।
43. नकली चैरिटी दान धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज फर्जी चैरिटी के नाम पर दान लेने की कोशिश करते हैं।
कैसे बचें: चैरिटी के
दस्तावेजों की जांच करें और विश्वसनीय चैरिटी संगठनों को ही दान करें।
44. पेटीएम धोखाधड़ी
उदाहरण: धोखेबाज पेटीएम जैसे प्लेटफार्म पर फर्जी ऑफर और स्कीम्स का दावा करते हैं।
कैसे बचें: पेटीएम जैसे प्लेटफार्म्स पर किसी भी अनधिकृत ऑफर से बचें और प्लेटफार्म की सुरक्षा जांचें।
45. कार धोखाधड़ी
उदाहरण: आपको फर्जी कार बेचने का झांसा दिया जाता है, और पैसे लेकर धोखेबाज भाग जाते हैं।
कैसे बचें: कार खरीदने से पहले उसकी डिटेल्स और विक्रेता की प्रमाणिकता जांचें।
निष्कर्ष

आजकल इंटरनेट पर धोखाधड़ी के तरीके लगातार बढ़ रहे हैं, जो लोगों को भ्रमित कर उनका पैसा हड़पने के लिए तैयार रहते हैं। इस वजह से, कई लोग गलत जानकारी के आधार पर धोखाधड़ी के जाल में फंस जाते हैं। इसलिए, मैंने यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है, ताकि आप इन धोखाधड़ी से बच सकें और सही दिशा में आगे बढ़ सकें। मेरी प्राथमिकता हमेशा आपको सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करना है, जिससे आप पूरी तरह से सुरक्षित रहें और सही फैसले ले सकें।
मुझे यह बताने की आवश्यकता महसूस हुई कि मेरी वेबसाइट का उद्देश्य लोगों को सही और भरोसेमंद जानकारी देना है। मैं चाहता हूं कि अगर कोई व्यक्ति मेरी वेबसाइट पर आए, तो वह सुरक्षित रहे और उसे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने की जानकारी मिले। जैसे कि, लॉटरी स्कैम, पिरामिड स्कीम्स, फेक जॉब्स, या इन्वेस्टमेंट फ्रॉड जैसे तरीके जिनका उद्देश्य लोगों को धोखा देना है।
कभी-कभी यह भी होता है कि लोग मेरी वेबसाइट पर अधूरी जानकारी पढ़कर भ्रमित हो जाते हैं और पैसे कमाने या नौकरी पाने के सपने में कहीं और भटक जाते हैं, जहां वे धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए, मैं चाहता हूं कि मेरी वेबसाइट khabarscan.com पर आने वाला हर व्यक्ति इस तरह की धोखाधड़ी से अवगत हो और सुरक्षित रहे। इन धोखाधड़ी से बचने के लिए जरूरी है कि लोग हमेशा सतर्क रहें, किसी भी ऑफर या स्कीम को बिना पूरी जानकारी के स्वीकार न करें, और केवल विश्वसनीय और प्रमाणित स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
मेरे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि मेरी वेबसाइट पर आने वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी धोखाधड़ी से बच सके और सही जानकारी से अपने फैसले ले सके। मैं चाहता हूं कि मेरी वेबसाइट के विज़िटर को कभी भी किसी धोखाधड़ी का सामना न हो और वे हमेशा सुरक्षित रहें।
यदि इस Anti-Spamming and Fraud Protection लेख में कोई त्रुटि हो, तो कृपया हमें बताएं। आप हमारे “Contact Us” पेज पर जाकर हमसे संपर्क कर सकते हैं, और हम जल्द ही इसे सही करने की कोशिश करेंगे।
ध्यान रखें, पैसे कमाने का कोई भी शॉर्टकट नहीं है। जो लोग पैसे कमाने के शॉर्टकट ढूंढते हैं, वे अक्सर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम खुद की दिशा तय करना है। दूसरों से मदद पाने के लिए आपको पहले खुद को तैयार करना होता है। धोखेबाज और फ्रॉड्स हमेशा आपके विश्वास का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं, ताकि वे अपना फायदा निकाल सकें। इसलिए, किसी भी फर्जी वादों में ना फंसे अगर आप खुद पर भरोसा नहीं करेंगे, तो दूसरों पर निर्भर रहकर सिर्फ आपकी समय की बर्बादी होगी। हमेशा सतर्क रहें।